भाजपा सरकार ने बजट में युवा,किसान व गरीबों को छलने का किया काम
युवाओं में सरकार के प्रति आक्रोश है और सरकार को युवाओं के साथ ये छलावा बहुत महंगा पड़ेगा : सतीश कुमार चतुर्वेदी
ओजस्वी किरण डेक्स लखनऊ
लखनऊ। 2024 – 25 बजट को लेकर लोक जन समाज पार्टी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश कुमार चतुर्वेदी ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की यूपी की भाजपा सरकार के बजट में युवाओं, किसानों और गरीब व मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नहीं है बेरोजगारी पर सरकार गलत आकड़े देकर युवाओं को धोखा दे रही है। प्रदेश की भाजपा सरकार के सबसे बड़े बजट में केवल सिर्फ झूठ का पुलिंदा है जिसके माध्यम से युवा, किसान व गरीब को छलने का काम किया गया तो वहीं महिलाओं और छात्र-छात्राओं को झूठे सपने दिखाने का। सतीश कुमार चतुर्वेदी ने भाजपा की डबल इंजन सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने बीते सात वर्षों में सालाना बजट, केन्द्रीय राज्यांश, इन्वेस्टर समित में आये निवेश और डिफेंस एक्सपो जैसे निवेश कार्यक्रमों के माध्यम से 100 लाख करोड़ रुपये हासिल करने का दावा किया है लेकिन धरातल पर ये सरकार 10 सही काम भी नहीं गिनवा पा रही है। भाजपा सरकार स्वयं ये बात कहती है कि उन्हें 40 लाख करोड़ का निवेश उद्योगपतियों से मिला, 35 लाख करोड़ सालाना बजट से हासिल किया,केंद्र सरकार से उन्हें राज्यांश मिला। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी समय-समय पर उत्तर प्रदेश को राशि देने की घोषणा करते रहते हैं। सरकार को बताना चाहिए कि आखिर ये पैसा किस पर और किसके माध्यम से खर्च किया गया। साथ ही प्रधानमंत्री जो घोषणा करते हैं वास्तव में वो पैसा प्रदेश सरकार को मिलता भी है या ये सिर्फ कोरी घोषणा ही रहती है।
लोजसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार कह रही है कि बेरोजगारी दर 2.4% रह गयी है। जबकि बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। आज महंगे-महंगे स्कूलों में हद से ज्यादा महंगी शिक्षा लेकर भी युवा बेरोजगार है। डिग्रियां रद्दी हो गयीं हैं। यही कारण है कि अगर कोई भर्ती निकलती है तो रिक्त पदों के सापेक्ष 60-70 गुणा ज्यादा आवेदन होते हैं। युवाओं में सरकार के प्रति आक्रोश है और सरकार को युवाओं के साथ ये छलावा बहुत महंगा पड़ेगा। किसान अभी भी अपनी आय दोगुनी होने के लिए सरकार की तरफ आस लगाये बैठा है। इसके उलट सरकार ने खाद के बोरों का वजन कम कर दिया।
55 लाख से ज्यादा किसानों का नाम किसान सम्मान निधि से काट दिया गया। डीजल-पेट्रोल से लेकर तमाम कीटनाशकों तक के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर दी गई। भाजपा सरकार की ख़राब नीतियों के कारण शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं में गिरावट आई है तो वहीं दूसरी तरफ महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याएं बढ़ी हैं। परन्तु सरकार अपने चहेते उद्योगपतियों को खुश करने में लगी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश की जनता को एक बार फिर छलने और धोखा देने का काम किया है। ये बजट काम का आना चाहिए था नाम का नहीं ।

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