आज का दिन हमें धरती पर मौजूद अद्भुत वन्य जीवों के महत्व को याद दिलाता है-डा० अरूण कुमार
ओजस्वी किरण डेक्स लखनऊ
लखनऊ। नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, लखनऊ स्थित सारस प्रेक्षागृह (सारस ऑडीटोरियम) में विश्व वन्यजीव दिवस- 2024 का राज्य स्तरीय कार्यक्रम डा० अरूण कुमार, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, उत्तर प्रदेश की गरिमामयी उपस्थिति में हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परितर्वन विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश, संजय श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव, उत्तर प्रदेश, सुनील चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, कार्ययोजना एवं मूल्यांकन, अदिति शर्मा, निदेशक, नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, लखनऊ के साथ वन विभाग एवं प्राणी उद्यान के अधिकारी / कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा सारस प्रेक्षागृह के सामने लगाये गये स्टॉलों को अवलोकन किया गया। इसके पश्चात निदेशक, प्राणी उद्यान द्वारा मुख्य अतिथि सहित सभी गणमान्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया। वन्यजीव दिवस-2024 के अवसर पर प्राणि उद्यान की निदेशिका अदिति शर्मा ने सभी अतिथियों को स्वागत करते हुए विश्व वन्यजीव दिवस से सम्बन्धित संक्षिप्त विवरण देते हुए शुभकामनायें दी।

मुख्य अतिथि डा० अरूण कुमार, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, उत्तर प्रदेश ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि विश्व वन्यजीव दिवस-2024 जिसकी थीम “Connecting People and Planet Exploring Digital Innovation in Wildlife Conservation” हैं, के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस थीम पर हमें बहुत अच्छे तरीके से सोचना और समझना होगा एवं अपने विभाग में भी लागू करना होगा। वन्य जीवों के संरक्षण वाले प्रावधान पर वर्ष 1973 में अंतराष्ट्रीय व्यापार सम्मलेन के अवसर पर हस्ताक्षर किए गए थे। आज का दिन हमें धरती पर मौजूद अद्भुत वन्य जीवों के महत्व को याद दिलाता है।
आज हम सभी मिलकर विश्व वन्य दिवस का जश्न मना रहे हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम सभी इस पृथ्वी के सहयोगी हैं और इसका हमारे वन्य जीवों के साथ एक संवाद और समर्थन निभाने का दायित्व है। आज, हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम सभी मिलकर वन्य जीवों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। हमें अपनी प्राकृतिक संपदा को संरक्षित करने के लिए जुटना होगा, क्योंकि वन्य जीवों के बिना हमारा जीवन अधूरा है। मैं आप सभी से यह अनुरोध करता हूं कि हम सभी वन्य जीवों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए संकल्प लें और उनके संरक्षण में अपना योगदान दें।

मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश शासन ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह अत्यन्त प्रसन्नता की बात है कि आज हम इस दिवस के अवसर पर एकत्र हुए हैं। आज के समय को दृष्टिगत रखते हुए डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने टेक्नोलॉजी पर बल देते हुए कहा कि हमारे पास जो भी नई तकनीकी हो हमें उसे उपयोग करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। पिछले दिनों बिजनोर में जब तेंदुओं की संख्या बढ़ गयी थी तो हमने थर्मल ड्रोन कैमरे का उपयोग किया था, इससे हमें यह पता चलता है कि वन्य जीव कहाँ पर विचरण कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज का समय Open AI का है, जिसमें केवल एक Text में लिखना होगा और फिर फिल्म बनाने का कार्य AI का है। वन्यजीव इसलिए जरूरी हैं क्योंकि यह हमें एक स्वस्थ पारिस्थितिकीय तंत्र देता है। आज विश्व में 10 मिलियन वन्य जीवों की प्रजातियाँ हैं। जो प्रजातियाँ विलुप्त होने की कगार पर हैं हमें उन्हें बचाने हेतु आवश्यक एवं कड़े कदम उठाने होंगे।
सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश ने सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए प्राणी उद्यान, लखनऊ को बहुत-बहुत धन्यवाद। जब भी प्रधानमंत्री की बात होती है तो हम सब जानते हैं कि चाहे विदेश नीति की बात हो, चाहे अर्थ व्यवस्था की बात हो या अन्य किसी भी क्षेत्र की प्रधानमंत्री का सभी बहुत बड़ा योगदान रहता है। हमारे देश एवं प्रदेश में टाइगर एवं लेपर्ड की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि हमारा टेक्नोलॉजी के साथ चलना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी तकनीकी विकसित करनी होगी जिससे मानव वन्य जीव संघर्ष को समाप्त किया जा सके। संजय श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव, उत्तर प्रदेश ने अपने उद्बोधन में कहा डा० अरूण कुमार,राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, उत्तर प्रदेश एवं सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी है उस पर हम पूर्णरूप से खरा उतरने का प्रयास करेंगे। विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर विजिटलाइजेशन आवश्यक है। इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव, उत्तर प्रदेश ने एक छोटा सा वीडियो भी प्रस्तुत किया गया। प्राणी उद्यान द्वारा प्रस्तुत डिजिटल जू हेतु किये जा रहे प्रयास हेतु उन्होंने निदेशक महोदया को बधाई दी। पूरे देश में टॉप 5 में प्राणी उद्यान, लखनऊ का होना गर्व की बात है। इसके लिए प्राणी उद्यान, लखनऊ के अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने प्राणी उद्यान में वन्यजीवों के अंगीकरण के लिए भी आवाहन किया कि हम सभी को कम से कम एक वन्यजीव का अंगीकरण अवश्य करना चाहिए।
सुनील चौधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, कार्ययोजना एवं मूल्यांकन उत्तर प्रदेश ने अपने सम्बोधन में विश्व वन्यजीव दिवस-2024 जिसकी थीम “Connecting People and Planet Exploring Digital Innovation in Wildlife Conservation” का जिक्र करते हुए कहा कि तकनीक को हमें तब तक ही उपयोग में लाना चाहिए जब तक उससे हमें कोई नुकसान न हो। तकनीक पर हमें पूर्ण रूप से आश्रित नहीं होना चाहिए। मानव वन्यजीव संघर्ष के बारे में कहा कि मंत्री एवं अपर मुख्य सचिव द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया गया है जिससे मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं में कमी आयी है।
इस अवसर पर राजभवन में लगी शाकभाजी, फल एवं पुष्प प्रदर्शनी में नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, लखनऊ के तितली पार्क को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। मंत्री द्वारा निदेशक प्राणी उद्यान अदिति शर्मा को ट्राफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए हम आशा करते हैं कि अगले वर्ष प्राणी उद्यान प्रथम स्थान प्राप्त करेगा। सभी अतिथियों के समक्ष Virtual Zoo का एक प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया गया। एक प्रयास किया जा रहा है कि जो लोग Zoo नहीं आ पाते हैं वह Online Virtual Zoo के माध्यम से Zoo को देख सकें। विश्व वन्यजीव अवसर पर प्राणी उद्यान, लखनऊ द्वारा ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें 4 स्कूलों के लगभग 50 विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिसमें विजेता प्रतियोगियों को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। प्राणी उद्यान में कार्यरत 25 कर्मचारियों को अच्छा कार्य करने हेतु प्रति कर्मचारी को रू0 1000 नकद पुरूस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। निदेशक प्राणि उद्यान द्वारा आये हुए भी अतिथियो को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। अन्त में अबू अरशद खाँ, उप वन्य जीव प्रतिपालक, लुप्तप्राय परियोजना, उत्तर प्रदेश द्वारा कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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