बरेली में अवैध पटाखा फैक्ट्री में भीषण धमाका,धमाके से दहला गांव, तीन घर गिरे,5 की मौत
ओजस्वी किरण ब्यूरो बरेली
बरेली।उत्तर प्रदेश में अवैध पटाखा फैक्ट्री में आए दिन धमाके हो रहे हैं।इस बार बरेली जिले में पटाखा फैक्ट्री में धमाका हो गया।बुधवार को हुए धमाके से फैक्ट्री के आसपास के आठ मकान भरभराकर गिर पड़े,जिससे मलबे में दबकर पांच लोगों की मौत हो गई।वहीं कई और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।हादसे की खबर पाकर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू कराया। मिली जानकारी के अनुसार घटना सिरौली थाना क्षेत्र के गांव कल्याणपुर की है।पिछले कई दिनों से रहमान शाह नामक व्यक्ति के घर में अवैध रूप से पटाखे और बम बनाने का काम चल रहा था। पटाखा और बम बनाने के लिए घरों से लोग आकर यहां काम करते थे।बुधवार लगभग तीन बजे के आसपास अचानक से एक जोरदार धमाका हुआ।जिस मकान में धमाका हुआ उसके चीथड़े उड़ गए। धमाके की आवाज से पूरा गांव दहल गया। धमाका इतनी तेज था कि आसपास रहने वाले रहमान शाह, रुखसार, इसरार खां, बाबू शाह और पीर शाह के घर पूरी तरह से धराशायी हो गए। सभी के मकान मलबे में तब्दील हो गए। देखते ही देखते चीख-पुकार मचने लगी।आनन-फानन में लोगों ने इसकी सूचना सिरौली थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी।अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की खबर मिलते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया।आनन-फानन में एसडीएम,सीओ आंवला,सिरौली पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई।टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हादसे में रहमान शाह की बहू समेत पांच लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई।हादसे में पांच लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं,जिनमें फातिमा पत्नी नाजिम,सितारा पत्नी नासिर हैं।तीन घायलों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। सभी घायलों को एंबुलेंस से रामनगर पीएचसी पर ले जाया गया,जहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।
बता दें कि 15 दिन पहले ही फिरोजाबाद जिले में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका होने से एक महिला दो बच्चों समेत 5 लोगों की मौत हो गई थी।एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।धमाका इतना भीषण था कि आसपास के लगभग सात मकान भी ढह गए।कई घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबे से 10 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला गया था। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के अधिकतर जिलों के रिहायशी इलाकों में अवैध रूप में पटाखा फैक्ट्री चल रही हैं।आए दिन इन फैक्ट्रियों में धमाके होते हैं और लोगों की जानें जाती हैं, लेकिन फिर भी पुलिस और प्रशासन नहीं चेतता है।अवैध रूप से पटाखा फैक्ट्री चलाने का काम चलता रहता है।हादसे के बाद पुलिस-प्रशासन दिखाने के नाम कार्रवाई तो करता है, लेकिन कुछ दिन बाद फिर उसी तरह से बारूद का ये काम फलने-फूलने लगता है।

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