एक सप्ताह में पट्टा नहीं तो होगा सीएम आवास पर प्रदर्शन
ग्रामसमाज की जमीन मुक्त करवाकर भूमिहीनों में पट्टे की मांग
ओजस्वी किरण संवाददाता
करछना प्रयागराज। जो जमीन सरकारी है वो जमीन हमारी है। धरती नहीं धनवानो की, है मजदूर किसानों की। जल्दी बांटो ऊसर परती जिसके पास नहीं है धरती। ग्रामसमाज की जमीन भूमाफियाओं से मुक्त कराकर भूमिहीनों में अभिलंब पट्टा करो आदि मांगो के साथ डा. अम्बेडकर वेलफेयर नेटवर्क (डान) के सैकड़ों भूमिहीन खेतिहर मजदूर करछना विकास खण्ड से कार्यालय उप जिलाधिकारी करछना तक जुलूस के माध्यम से पहुंचे। अपनी मांगों को लेकर कार्यालय अप जिलाधिकारी के समकक्ष जमकर नारेबाज़ी की।
पूछे जाने पर डॉन संस्थापक उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आईपी रामबृज ने बताया कि चकबंदी के उपरांत घोषित अतिरिक्त बंजर, परती, ऊसर, सीलिंग, भूदान और समाज कल्याण की जमीनों को एक अभियान के तहत कब्जा मुक्त कराकर भूमिहीनों में आवासीय एवं कृषि कार्य का आवंटन/पट्टा कराने के संबंध में डा. अम्बेडकर वेलफेयर नेटवर्क (डान) के हजारों कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ को पूर्व में भेजे गए आवेदन के जवाब में आयुक्त/सचिव राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश अनुभाग-5, लखनऊ का जिलाधिकारी प्रयागराज को भेजा गया आदेश संख्या एस- 828/5-136/ 2024 (जीपी) दिनांकित 17. 10. 2024 के संदर्भ में पुनः जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित कराने व उच्च आदेशों का अनुपालन जिलाधिकारी द्वारा न होने की वजह से शासन का अपमान हो रहा है और यह अपमान जिलाधिकारी के जरिए हो रहा है जबकि उत्तर प्रदेश शासन ने महत्वपूर्ण/ ईमेल का दर्जा देकर भूमिहीन खेतिहर मजदूरों में भूमि के आवंटन के आदेश का अनुपालन करते हुए अनुसूचित जाति के भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को आवासीय/कृषि कार्य का पट्टा एक अभियान के तहत अभिलंब कराने के बाबत जिलाधिकारी प्रयागराज को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी करछना तपन मिश्रा को सौंपा गया।
प्रदर्शन में दर्जनों गांवों से फूल चन्द्र, बजरंगी लाल, राजाराम, विद्याधर, सोनी, शांति, प्रीती, रामरती, रीता, सीता, गंगा देवी, कोईला, सरस्वती, सुशीला, उर्मिला, हसीना बानो, समा बानो, कमला, श्यामली आदि शामिल रही।

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